दिल्ली| दिल्ली के लॉज में शख्स की हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है। शख्स के साथ युवती फर्जी आईडी से आई थी। नोट पर युवती ने लिखा कि माफ करना। वहीं, युवती मृतक के शव से ज्वेलरी और नकदी भी उतार ले गई। 
युवती का मोबाइल नंबर भी फर्जी मिला है। पुलिस ने शव का विसरा सुरक्षित रख लिया है।

दिल्ली के पॉश इलाके सफदरजंग एंक्लेव के बलजीत लॉज में मृत पाए गए वैशाली, गाजियाबाद यूपी निवासी दीपक सेठी (54) की हत्या की गुत्थी उलझती जा रही है। दीपक के साथ आई अंजलि नाम की युवती ने लॉज में फर्जी पहचान पत्र जमा कराया था। युवती का नाम अंजलि नहीं है। युवती ने मोबाइल नंबर भी फर्जी आईडी से लिया हुआ है। युवती मृतक दीपक के शव से ज्वेलरी व नकदी भी ले गई है। वहीं मौके पर मिले नोट में लिखा हुआ है कि ''यू आर ए नाइस पर्सन, मुझे माफ करना''। आशंका है कि इस नोट को युवती ही लिखकर गई है।

दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार लाइजनिंग का काम करने वाले दीपक सेठी 18 मार्च को रात 8.50 बजे एक युवती के साथ बलजीत लॉज में आया था। लॉज के सीसीटीवी फुटेज से पता लगा है कि युवती रात 12.30 लॉज से चली गई थी। वहीं अगले दिन 31 मार्च को दीपक कमरे में मृत पड़ा मिला। उसके मुंह से झाग निकल रहे थे। मामले की जांच के लिए एसीपी वीकेपीएस यादव की देखरेख में इंस्पेक्टर सतीश लोहिण व दीपक तंवर की टीम गठित की गई। टीम को जांच में युवती का पत्र फर्जी पाया गया है। जिस अंजलि नाम की महिला का यह पहचान पत्र है वह मूलरूप से फर्रूखाबाद, यूपी की रहने वाली है। 
 
वहीं युवती का मोबाइल नंबर भी इसी फर्जी आईडी से लिया हुआ है। युवती लॉज से जाते हुए दीपक की महंगी घड़ी, सोने का कड़ा, अंगूठी भी ले गई है। इधर लॉज में मिला मृतक दीपक का पहचान-पत्र दिल्ली के मयूर विहार के पते से बना हुआ है।
उत्तेजक दवाइयां मिलीं
जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार कमरे से शराब की बोतल, भारी मात्रा में व कई तरह की उत्तेजक दवाएं मिली हैं। जिला पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दीपक के शव का पोस्टमार्टम कराकर इसके विसरा को सुरक्षित रखवाया गया है। विसरा रिपोर्ट से ही पता लगेगा कि दीपक को जहर दिया गया था यह नहीं। वहीं दीपक के शरीर चोट व गला दबाने आदि के निशान नहीं मिले हैं।