नई दिल्ली। दिल्ली में पीएम मोदी ने नीति आयोग की बैठक बुलाई थी। इसमें ममता बनर्जी ने माइक बंद करने का आरोप लगाया था। उनके इस बयान पर पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग की बैठक के बारे में ममता बनर्जी जो कुछ कह रही हैं, मुझे लगता है कि वह झूठ बोल रही हैं। यह बहुत आश्चर्यजनक है कि किसी राज्य के सीएम को बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ममता जानती थीं कि वहां क्या होने वाला है। उनके पास स्क्रिप्ट थी।
इस मामले पर उनके विचार उनकी पार्टी कांग्रेस से अलग थे, जिसने कहा कि ममता बनर्जी के साथ जो व्यवहार किया गया वह अस्वीकार्य है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में टीएमसी के यूसुफ पठान से हारने वाले अधीर रंजन, ममता बनर्जी के सबसे बड़े आलोचकों में से एक हैं। चुनाव से पहले उन्होंने ममता पर कई हमले किए थे। बाद में टीएमसी ने आम चुनाव अकेले लड़ने के अपने फैसले के लिए अधीर रंजन चौधरी को दोषी ठहराया था। 
अधीर रंजन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल में अराजक स्थिति है। राज्य में कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की थी। चौधरी ने कहा था कि व्यक्तिगत स्तर पर मेरे लिए राज्य में अराजक स्थिति को देखना न केवल परेशान करने वाला है, बल्कि बहुत पीड़ादायक भी है। सत्ताधारी दल का रवैया काफी क्रूर है। 
ममता बनर्जी ने शनिवार को दावा किया कि बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बोलने के लिए अधिक समय दिया गया था, लेकिन पांच मिनट बाद ही उनका माइक बंद कर दिया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरोपों का खंडन किया था। कांग्रेस ने बाद में नीति आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि यह अपनी स्थापना के बाद से ही पीएम नरेंद्र मोदी के लिए ढोल बजाने का काम कर रहा है। इसका कामकाज स्पष्ट रूप से पक्षपातपूर्ण रहा है और यह पेशेवर और स्वतंत्र बिल्कुल नहीं है।