नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश की सियासत पर एक खबर छान कर सामने आ रही है। यूपी में किसी भी तरह का कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा। इससे साफ हैं कि योगी के हाथ में ही होगी कमान। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार योगी को हाईकमान से हरी झंडी मिल गई है। यूपी में बड़े फैसले लिए जाने की अटकलों पर विराम लगता दिख रहा है। सीएम योगी ने केंद्र से राज्य स्तर पर समीक्षा की है। इस समीक्षा में जो सामने आया है उन कमियों को सुधारने पर चर्चा हुई है। योगी के नेतृत्व में ही आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। कहा जा रहा है कि दिल्ली से निर्देश हैं कि योगी अपने कामकाज के तरीकों में बदलाव लाए। इसके अलावा उप मुख्यमंत्री पार्टी फोरम में ही अपनी बात रखे। लगातार यूपी के कई नेताओं की ओर से बयानबाजी की जा रही थी। 
खबर सामने आ रही है कि केशव प्रसाद मौर्य की बयानबाजी से केंद्रीय नेतृत्व खुश नहीं है। उन्हें पार्टी फोरम में ही बोलने का निर्देश दिया है। दोनों डिप्टी सीएम मौर्य और पाठक के कामकाज पर केंद्रीय नेतृत्व मंथन कर रहा है। सूत्रों के अनुसार दोनों को लेकर आगे चलकर कोई फैसला हो सकता है। मौर्य की कार्यसमिति की बैठक या फिर सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए जो बातें कहीं उससे आलाकमान नाखुश है। 
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद लगातार बीजेपी में मंथन का दौर चला। 18 जुलाई के मुलाकातों का दौर काफी अहम रहा। यूपी में हार की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की तरफ से ली गई थी। पीएम से उनकी एक घंटे की मुलाकात हुई थी। अब यूपी में सूलह का फॉर्मूला सामने आ रहा है।