नई दिल्ली। टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने स्पेक्ट्रम नीलामी की समय सीमा 19 दिन बढ़ा दी है यह नीलामी अब 25 जून होगी। विभाग की वेबसाइट पर यह जानकारी मिली है। नीलामी के लिए आवेदन आमंत्रित करने वाले नोटिस में किए गए संशोधन के मुताबिक कि लाइव नीलामी की शुरुआत की नई तारीख 6 जून से बदलकर 25 जून कर दी गई है। सरकार मोबाइल फोन सेवाओं के लिए करीब 96,317 करोड़ रुपए के आधार मूल्य पर 8 स्पेक्ट्रम बैंड की नीलामी करेगी। नीलामी में 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज, 2500 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में उपलब्ध सभी स्पेक्ट्रम उपलब्ध हैं। रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए 3000 करोड़ रुपए की सबसे ज्यादा बयाना राशि जमा की है। इससे कंपनी मैक्सिमम रेडियो फ्रीक्वेंसी के लिए बोली लगा सकेगी। बोलीदाता के लिए पूर्व-पात्रता विवरण के मुताबिक भारती एयरटेल ने 1050 करोड़ रुपए और वोडाफोन आइडिया ने 300 करोड़ रुपए की बयाना राशि जमा कर दी है।
कंपनियों को जमा की गई बयाना राशि के आधार पर पॉइंट मिलते हैं। इसके आधार पर वे अपनी इच्छा अनुसार सर्किल की संख्या और स्पेक्ट्रम की मात्रा के लिए बोली लगा सकते हैं। हाई पॉइंट्स का मतलब बोली लगाने की उच्च क्षमता है। स्पेक्ट्रम 20 साल की अवधि के लिए दिया जाएगा और सफल बोलीदाताओं को 20 समान सालाना किस्तों में भुगतान करने की सुविधा होगी। टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने आगामी नीलामी के माध्यम से प्राप्त स्पेक्ट्रम को न्यूनतम 10 साल की अवधि के बाद वापस करने का विकल्प है। अब 25 जून को देश में एक्टिव टेलीकॉम सर्विसेज प्रोवाइडर कंपनियां भारती एयरटेल, रिलायंस जियो इंफोकॉम, वोडाफोन-आइडिया जैसी कंपनियों को अगले 20 सालों के लिए 8 तरह के स्पेक्ट्रम बैंड के लिए बोली लगाने का मौका मिलेगा।