भारत और जिम्बाब्वे के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत शनिवार से हो रही है। इस सीरीज में जिम्बाब्वे की साख दांव पर है। उसके सामने युवा टीम इंडिया है लेकिन फिर भी जिम्बाब्वे को जीत का दावेदार नहीं माना जा रहा। जिम्बाब्वे की टीम सभी दावों को गलत साबित कर इस सीरीज में जीत हासिल करने के इरादे से उतरेगी। लेकिन सीरीज की शुरुआत से पहले जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने बड़ा फैसला किया है। इस टीम ने साउथ अफ्रीकी दिग्गज को टीम में शामिल किया है।

भारत और जिम्बाब्वे के बीच पांच मैचों की सीरीज का पहला मैच हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेला जाना है। इस दौरे के लिए बीसीसीआई ने युवा टीम भेजी है जिसकी कमान शुभमन गिल के हाथों में है। सीरीज से पहले जिम्बाब्वे ने अपने कोचिंग स्टाफ का ऐलान किया है और तीन नई नियुक्तियां की हैं।

ये दिग्गज बना गेंदबाजी कोच

इन तीनों में सबसे बड़ा नाम साउथ अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज चार्ल्स लैंगावेल्ट का है। जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें गेंदबाजी कोच की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं साउथ अफ्रीका के ही रविश गोबिंद को स्ट्रेटेजिग परफॉर्मेंस कोच बनाया गया है। इनके अलावा कर्टली डीजल को स्ट्रैंग्थ एंड कंडीशनिंग कोच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन तीनों से पहले बोर्ड ने जस्टिन सिमंस को हेड कोच नियुक्त किया था। बल्लेबाजी कोच की जिम्मेदारी डियोन इब्राहिम को सौंपी थी। हाल ही में बोर्ड ने जो तीन नियुक्तियां की हैं वो कोच सिमंस से सलाह करने के बाद ही की गई हैं। जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी थी। हालांकि, टीम मैनेजर के बारे में अभी फैसला नहीं लिया गया है।

अफगानिस्तान के साथ किया काम

चार्ल्स ने जिम्बाब्वे के साथ जुड़ने से पहले अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के साथ काम किया था। वह वनडे वर्ल्ड कप-2023 में टीम के गेंदबाजी कोच थे। इस वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान ने कई उलटफेर किए थे। टीम ने इंग्लैंड और पाकिस्तान जैसी टीमों कोम मात दी थी। चार्ल्स ने साउथ अफ्रीका के लिए 72 वनडे मैच खेले हैं और 100 विकेट लिए हैं। उन्होंने साउथ अफ्रीका के लिए नौ टी20 और छह टेस्ट मैच भी खेले हैं। टेस्ट में उनके नाम 16 विकेट हैं तो वहीं टी20 में उन्होंने 17 विकेट झटके हैं।