हाथरस में सिकंदराराऊ थारा अंतर्गत ग्राम फुलरई-मुगलगढ़ी हादसे में कार्यक्रम का मुख्य आयोजक, मुख्य आरोपी और एक लाख के इनामी देवप्रकाश मधुकर व दो अन्य अभियुक्त राम प्रकाश शाक्य व संजू यादव को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में अभियुक्त देव प्रकाश मधुकर की इस घटना में दो भूमिकाएं नजर आई हैं, एक मुख्य आयोजक और दूसरा फण्ड रेजर। एसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि 2 जुलाई को भोले बाबा के सत्संग उपरान्त भगदड़ मचने से 121 लोगों की मृत्यु हुई। थाना सिकन्द्राराऊ पर मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर व अन्य व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा-105/110/126(2)/223/238 में अभियोग पंजीकृत किया गया । मामले में पहले ही छह अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। मुख्य अभियुक्त देव प्रकाश मधुकर पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया । देव प्रकाश मधुकर को हाथरस की एसओजी ने 5 जुलाई को देर शाम दिल्ली के नजफगढ़ से गिरफ्तार किया। थाना सिकन्द्राराऊ पुलिस ने आज 6 जुलाई को अभियुक्त राम प्रकाश शाक्य को कैलोरा चौराहा से तथा अभियुक्त संजू यादव को गोपालपुर कचौरी, सिकन्द्राराऊ से गिरफ्तार किया। एसपी ने बताया कि पूछताछ पर देव प्रकाश मधुकर ने बताया कि वह एटा में वर्ष 2010 से मनरेगा में जूनियर इंजीनियर के पद पर संविदा पर कार्यरत है । वह इस संगठन से वर्षों से जुड़ा है। संगठन के कार्यक्रम आयोजित कराना तथा संगठन के लिये फण्ड इकट्ठा करने का काम करता है । वह ग्राम फुलरई में आयोजित सत्संग के कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था तथा इस कार्यक्रम की अनुमति भी उसी ने ली थी । इस प्रकार देवप्रकाश मधुकर मुख्य आयोजक था और फण्ड रेजर भी था। देवप्रकाश मधुकर पुत्र राम सिंह निवासी सलेमपुर गादरी थाना अवागढ़ जनपद एटा हाल निवासी मौहल्ला दमदपुरा नई कालोनी थाना सिकन्द्राराऊ जनपद हाथरस । उम्र करीब 42 वर्ष । रामप्रकाश शाक्य पुत्र परमाईलाल शाक्य निवासी खांकेताल थाना बेवर जनपद मैनपुरी  उम्र 61 वर्ष, संजू यादव पुत्र साधू यादव निवासी गोपालपुर थाना सिकन्द्राराऊ जनपद हाथरस । उम्र 33 वर्ष। पूछताछ से यह भी स्पष्ट हुआ कि इनके द्वारा भीड़ को संभालने का कोई प्रयास नहीं किया गया। सभी मौके से फरार हो गये । छह सेवादारों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनके द्वारा अव्यवस्था की गयी, जिसके चलते यह घटना घटी और कई जानें चली गईं । पूछताछ में यह भी पता चला कि इनके और इनके सेवादारों द्वारा प्रवचनकर्ता की गाड़ी को भीड़ के बीच से निकाला गया, जबकि इनको इस तथ्य की जानकारी थी कि भीड़ से निकालने के समय चरणरज के लिये भगदड़ मचने से भयानक दुर्घटना हो सकती थी । गिरफ्तार सेवादार, आयोजकों को पुलिस कस्टडी रिमाण्ड में लेकर पूछताछ करेगी। 

व्यवस्था को सही तरीके से नहीं किया

एसपी ने बताया कि देव प्रकार मधुकर तथा इसके निर्देशन में कार्य कर रहे सेवादारों और समिति के सदस्यों की सत्संग के पंडाल के आसपास बैरिकेडिंग, प्रवेश द्वार, निकास द्वार, बैठने की व्यवस्था, पार्किंग व अन्य सुविधाओं की पूरी जिम्मेदारी थी । अभियुक्त देव प्रकाश एवं अन्य सेवादारों ने पुलिस प्रशासन को कार्यक्रम स्थल के अन्दर किसी भी तरह के हस्तक्षेप से रोका । वहां पर इनके सेवादार तरह-तरह की वेशभूषा में कमांडो के रुप में सारी व्यवस्थां देख रहे थे । वहां पर किसी भी व्यक्ति को वीडियोग्राफी अथवा फोटोग्राफी करन से रोका जाता था । व्यवस्था को सही तरीके से नहीं किया गया एवं प्रशासन की अनुमति पत्र की अनेक शर्तों का उल्लंघन करते हुये यातायात व्यवस्था आदि को प्रभावित किया। 

कार्यक्रमों को राजनीतिक पार्टी कर रहीं थी क्या फंडिंग 

एसपी ने बताया कि अभियुक्त देवप्रकाश मधुकर से पूछताछ  में यह भी पता चला है कि इनसे कुछ समय पूर्व कुछ राजनीतिक पार्टियों ने संपर्क किया था । फण्ड इकट्ठा करने के सम्बन्ध में गहराई से जांच की जा रही है कि कहीं इस तरह के कार्यक्रम तथा अन्य संसाधनों को किसी राजनीतिक पार्टी से पोषित तो नहीं है । अब तक की पूछताछ से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कोई राजनीतिक दल अपने राजनीतिक व निजी स्वार्थ्य के लिये इनसे जुड़े है । अभियुक्त देव प्रकाश मधुकर से जुडे हुये सभी बैंक खाते, चल-अचल सम्पत्ति, मनी ट्रेल इत्यादि की जांच की जा रही है।