बिलासपुर । अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन ञ्च2047 के अंतर्गत बिलासपुर जिले का विजन डॉक्यूमेन्ट तैयार करने के लिए कलेक्टर अवनीश शरण की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में एसपी रजनेश सिंह, निगम आयुक्त अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ रामप्रसाद चौहान, सहायक कलेक्टर तन्मय खन्ना सहित जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने बैठक में वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की प्रधानमंत्री की थीम के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के साथ हर जिले का विजन डॉक्यूमेन्ट तैयार किया जायेगा। सभी विभाग अपना विजन डॉक्यूमेन्ट बनाकर जल्द से जल्द प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 में हम बिलासपुर जिले को कैसे देखना चाहते हैं, और इसके लिए क्या-क्या करना होगा, इसकी जानकारी दें। आज की स्थिति में विकास के जो पैरामीटर है, उसे आगे ले जाना है। इस लक्ष्य को कैसे हासिल कर पाएंगे, इसकी भी कार्य-योजना बताया जाए। कलेक्टर ने कहा कि हर विभाग प्रमुख रूप से तीन बिन्दुओं पर अपना प्रस्ताव देगा। इनमें अपने विभाग की संभावनाएं, फोकस के बिन्दु और लक्ष्य को हासिल करने के लिए कार्य-योजना कैसे होगी। 5 साल, 10 साल और 25 साल का अलग-अलग लक्ष्य रखें। उन्होंने विजन के 13 प्रमुख विन्दुओं की भी जानकारी दी। कलेक्टर ने कहा कि कार्य-योजना ऐसे बनाएं कि सरकार की योजनाओं में लिंक हो सकें ताकि योजना पर काम करने के लिए फण्डिंग की कमी न हो सके।        
एसपी रजनेश सिंह ने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कानून एवं व्यवस्था का बने रहना जरूरी है। इसके लिए स्मार्ट एवं टेक्नो सैवी पुलिसिंग की जरूरत है। इस दिशा में विभाग में काम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा अभी जो तीन नये कानून संहिता लागू की गई है, इससे विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ रामप्रसाद चौहान, डीपीएम पीयूली मजूमदार, उप संचालक कृषि पीडी हथेश्वर, पीएचई के ईई श्री राठिया सहित एनआईसी के निदेशक श्री यादव ने अपने विभाग की विजन डॉक्यूमेन्ट में विचारणीय बिन्दुओं के बारे में सुझाव दिया। कलेक्टर ने डॉक्यूमेन्ट तैयार करने के लिए आम जनता से भी सुझाव लेने की सलाह दी।