दिल्ली सरकार ने कॉन्ट्रैक्ट पूरा होने के बाद 300 क्लस्टर बसों के संचालन पर रोक लगा दी है। शुक्रवार को विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि परिवहन विभाग ने इन बसों को कॉन्ट्रैक्ट पूरा होने के बाद रोक दिया है।

उन्होंने कहा कि नारंगी बसों को साल 2011 के आसपास डीटीसी की सेवाओं में शामिल किया गया था और अब वह ओवरएज हो गई थीं। अधिकारियों के अनुसार, इन बसों का कॉन्ट्रैक्ट डेढ़ साल पहले ही खत्म हो गया था, लेकिन इसको आगे बढ़ा दिया गया था।  

क्लस्टर बसों की निगरानी और प्रबंधन दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट लिमिटेड यानी (DIMTS) द्वारा किया जाता है। इन बसों को साल 2012 में ब्लू लाइन बसों को बदलने के लिए उद्देश्य से दिल्ली में संचालित किया गया था।

ओवरएज हो गई थीं बसें: अधिकारी

एक अधिकारी ने कहा, "ऐसी 330 बसें हैं जो सड़कों से गायब हो गई हैं। ये ओवरएज हो गई थीं और जल्द ही नई बसों से बदल दी जाएंगी। डीआईएमटीएस ने एक कॉन्ट्रैक्ट पर साइन किए हैं और जल्द ही दिल्ली की सड़कों पर नई बसें दिखेंगी।"

एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इन बसों को बदलने के लिए डीआईएमटीएस ने पहले ही एक नई कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट कर लिया है। उन्होंने कहा कि आवश्यक औपचारिकताएं पूरी होने के बाद अगले दो से तीन महीने में नई बसें सड़कों पर उतरेंगी। नई बसें सीएनजी से चलेंगी। साथ ही DIMTS क्लस्टर बसों के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसें भी शामिल की जाएगी।

इस रूट के यात्रियों को होगी परेशान

परिवहन विभाग द्वारा बंद की यह 300 क्लस्टर बसें दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम, पश्चिम और बाहरी दिल्ली में चलती थीं। अब इन यात्रियों को कुछ दिनों तक खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली में 400 से अधिक मार्गों पर लगभग 3,000 क्लस्टर बसों सहित 7,300 से अधिक चलती हैं, जिसमें लाखों लोग यात्रा करते हैं।