कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रान्त अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता ओ पी श्रीवस्तव ने बैठक का शुभारंभ करते हुए, प्रांत पदाधिकारियों के साथ मां भारती के चित्र पर पुष्पांजलि और दीप प्रज्वलन कर बैठक को प्रारम्भ किया।

बैठक में प्रांत महामंत्री श्रीमती मीनाक्षी परिहार सिंह के द्वारा, उच्च न्यायालय लखनऊ इकाई की कार्यकारिणी के पुर्नगठन की घोषणा की गई।

अधिवक्ता परिषद उच्च न्यायालय इकाई लखनऊ में अध्यक्ष पद पर दिवाकर सिंह कौशिक , महामंत्री अमरेंद्र नाथ त्रिपाठी एवं कोषाध्यक्ष के पद पर आलोक सरन के नामों की घोषणा हुई। इसके अतिरिक्त उपाध्यक्ष पद पर राम आसरे वर्मा, सूर्यमणि सिंह रायकवार, प्रीती चौधरी कश्यप, अश्विनी कुमार सिंह, एवं मन्त्री पद पर रुपेश कसौधन,पायल सिंह, दिव्यांशु प्रताप, शिवांशु गोस्वामी, इसके साथ ही प्रांत महामंत्री ने अन्य कार्यकारिणी सदस्यों के नामों की  भी घोषणा की।

बैठक में मंचस्थ प्रांत के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल दुबे ने नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई देते हुए संगठन के मूल उद्देश्यों और चुनौतियों पर सभी का ध्यान आकृष्ट किया।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रांतीय उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने कहा कि परिषद् का दायित्व होना एक चुनौतीपूर्ण कार्य के साथ- साथ अपनी क्षमता को विकसित करने  का अवसर भी है।
इस अवसर पर प्रांत के उपाध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय , कोषाध्यक्ष प्रेम चन्द्र राय, प्रांत मंत्री अमर बहादुर सिंह एवं सिद्धार्थ शंकर दुबे उपस्थित रहे।
प्रांत के कार्यकरिणी सदस्य के रूप में श्रीमती डाक्टर पूजा सिंह  उपस्थित रही।

 अधिवक्ता परिषद अवध प्रान्त के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता ओ पी श्रीवास्तव ने नवगठित उच्चन्यायालय इकाई के सभी पदाधिकारियों एवं उपस्थित कार्यकर्ताओं को विषेश शुभकामना और बधाई दी।

इस बैठक का आयोजन लखनऊ जिला इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया, जिन्हें प्रांत महामंत्री ने विषेश धन्यवाद ज्ञापित किया, साथ ही विद्यालय प्रबंधन का भी आभार व्यक्त किया ।